हरदोई।श्री सीताराम सुंदरकांड सत्संग सेवा समिति एवं मां जानकी सेवा समिति द्वारा शहर के महाराज सिंह पार्क में चल रही श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन रविवार को रामनवमी के अवसर पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।कथा में प्रस्तुत झांकियों ने सभी का मन मोहा। दिल्ली से पधारे आचार्य प्रवर ने प्रभु श्री राम के जन्म की कथा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि अयोध्या नरेश दशरथ की तीन रानियां कौशल्या, कैकई व सुमित्रा थी।राज्य में वैभव की कोई कमी न थी पर राजा दशरथ को संतान न होने का कष्ट था।ऋषि द्वारा पुत्रेष्टि यज्ञ द्वारा प्राप्त प्रसाद से राजा दशरथ के चार पुत्रों ने जन्म लिया।रानी कौशल्या के गर्भ से प्रभु राम,सुमित्रा के गर्भ से लक्ष्मण व शत्रुघ्न एवं कैकई के गर्भ से भरत ने जन्म लिया।
प्रभु राम के जन्म लेते ही देवतागण आकाश से पुष्प वर्षा करने लगे।शंख,घण्टा और घड़ियाल से पूरा ब्रह्मांड गुंजायमान हो गया।कथा व्यास राम जी भाई ने राम चरित मानस की चौपाई’नौमी तिथि मधुमास पुनीता,शुक्ल पक्ष अभिजित हरि प्रीता।मध्यदिवस अति धूप न घामा,प्रगटे अखिल लोक विश्रामा।’जैसे ही उच्चारित की पूरा पंडाल जय श्री राम के उद्घोष से गुंजायमान हो गया।प्रभु राम की झांकी ने सभी का मन मोहा।भक्तगण भजनों पर पुष्प व गुलाल वर्षा कर जमकर झूमें।कथा में आयोजक सन्तोष मिश्र,शिव कुमार पाण्डेय, अवधेश शुक्ल,सर्वेश अवस्थी, प्रेम शुक्ल,जय शंकर मिश्र आदि रहे।