कभी भी हो सकता बड़ा हादसा, अधिकारियों की भवन पर नहीं पड़ रही नजर
कछौना, हरदोई।* कछौना कस्बे में गौसगंज मार्ग पर राजकीय कृषि बीज भंडार स्थित है, जो वर्तमान समय में जीर्णक्षीण अवस्था में है। यहां पर दूर दराज के सैकड़ो किसान बीज खाद कृषि उपकरण लेने के लिए आते हैं। यह भवन कभी ढह जा सकता है।
भवन की छत चिटकी होने के कारण बरसात के समय में छत से पानी भवन के अंदर जा रहा है। इस भवन में रखी फाइलें, पंपलेट, कृषि बीज भीगने के कारण खराब हो रहे हैं। दीवारें व छत दरक चुकी हैं। भवन काफी पुराना है, भवन पूरी तरह से जर्जर अवस्था में है, अभी एक सप्ताह पूर्व गौसगंज में स्थित पीसीएफ का जर्जर भवन अचानक ढह गया था। जिसमें तीन लोग दब गए थे। एक की हालत गंभीर हो गई थी। जिसका इलाज चल रहा है। सरकारी कर्मचारियों ने उससे सबक नहीं लिया।
भवन की हालत काफी खंडहर है। स्थानिक कर्मचारी व किसानों के साथ कभी भी अनहोनी घटना घट सकती है। कर्मचारी सहित किसानों की जान जोखिम में रहती है। आसपास जंगल झाड़ी होने के कारण भवन के अंदर कीड़े घुस जाते हैं। विगत वर्षों पूर्व किसान कल्याण केंद्र हेतु शासन से धनराशि स्वीकृत हो गई थी, लेकिन ब्लाक कर्मचारियों की उदासीनता के चलते किसान कल्याण केंद्र हेतु भूमि स्वीकृत नहीं कराई, जिससे यह भवन की धनराशि दूसरे ब्लॉक को चली गई। जिसका खामियाजा कृषि कर्मचारी व किसानों को उठाना पड़ रहा है। इस पेरिसर में मूलभूत सुविधाएं पेयजल, विद्युतीकरण, शौचालय भी नहीं है।किसानों की मांग पर क्षेत्री विधायक रामपाल वर्मा ने कृषि मंत्री को पत्र लिखकर जर्जर राजकीय कृषि बीज भंडार कछौना को ध्वस्त कराकर उसके स्थान पर किसानों के कल्याण हेतु किसान कल्याण केंद्र बनवाया जाए। कर्मचारियों की जान माल का भी खतरा बना है, यहां पर हमेशा जल भराव बना रहता है। भवन की स्थिति बहुत जर्जर है, कभी भवन ढह सकता है।
रिपोर्ट – पी०डी० गुप्ता